हम्मर पप्पू हो गइल बा अधकपारी ए लोगे: हरेश्वर राय

हम्मर पप्पू हो गइल बा अधकपारी ए लोगे
बीगहा बइ कके किनले बा सफारी ए लोगे।

डाल बिहंचली गरवा गमछी रउंदे गांव जवार
एकरा भइल बाटे लफुअन से इयारी ए लोगे।

गहुम चाउर बूंट मटर के दाना भइल मोहाल
इजत भइल बिया मोरी अब खेंसारी ए लोगे।

बाप ददा के कइल कमाई हवा में उधियाइल
मनवां करत बड़ुए रोईं पुक्का फारि ए लोगे।

गांव के तीसी में ना बांचल बड़ुए तनिको तेल
चलनीं देंह ठेठावे खातिर माराफारी ए लोगे।
हरेश्वर राय, सतना, म.प्र.

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