अवकातन क बात: उमेश कुमार राय


रउआ हीरनी सुखन की नगरी,
हमरा पर दुखन क विसात।
हमार जनम संघर्ष खातिर ह,
ई त हमरी अवकातन क बात।

हर खोरियन में दीख रहल बा,
तोहरी-हमरी मनवाँ क अवकात।
तोहरी दिया आकाश जरत बा,
हमरी घोर आफत क बरसात।

हमरी खेतिया सुख रहल बा,
नाहीं रहल डिजल क अवकात।
तोहरी गड़िया उड़ रहल बा,
नाहीं डिजल क कुछ विसात।

तोहरी आँगन क पोखरा शान बा,
रात-दिन हंस थाहत हैसियत।
हमनी क पोखरा सूख रहल बा,
नाहीं परबंधन क अवकात ।

तोहर बबुअवा एसी असकूल में बा,
जहवाँ सुविधन क होत बरसात।
हमरो बबुअवा क सरकारी असकूल बा,
जहवाँ खैराती सुविधन क बरसात।

सम्प्रति: 
उमेश कुमार राय
ग्राम+पोस्ट- जमुआँव
थाना पिरो, जिला- भोजपुर,
आरा (बिहार)

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