दे दिहनी: हरेश्वर राय

काठा कठुली ठकुरबाड़ी के दे दिहनी
बाग - बगइचा कुल्हाड़ी के दे दिहनी।

हवाखोरी खातिर एगो छोट गाड़ी रहे
आजु ओहुके के कबाड़ी के दे दिहनी।

हम त ठहरनी हरिसचंदर के अवलाद
एगो दिलो रहे त पहाड़ी के दे दिहनी।
हरेश्वर राय, सतना, म.प्र.

टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट

मुखिया जी: उमेश कुमार राय

मोरी मईया जी

जा ए भकचोन्हर: डॉ. जयकान्त सिंह 'जय'

डॉ. बलभद्र: साहित्य के प्रवीन अध्येता - विष्णुदेव तिवारी

सरभंग सम्प्रदाय : सामान्य परिचय - डॉ. जयकान्त सिंह 'जय'