चिरई: बिमल कुमार

 कौना खोंतवा के हवु तु परान चिरई
चलs उजरल बसा द मोर मकान चिरई.

अँखिया चंचल गरदन सुराही नियन
नाकि सुगा के ठोर  केशिया सियाही नियन    
पइलु कहाँ शहद जस जुबान चिरई
चलs उजरल बसा द मोर मकान चिरई.

गलिया ओठवा गुलाबी ललाई नियन 
गोर देहिया इ दूधवा मलाई नियन
कबो लौकल ना अइसन मुस्कान चिरई
चलs उजरल बसा द मोर मकान चिरई. 

सोच गहिरा सागर गहराई नियन 
बतिया असर करेला दवाई नियन
नाहीं देखनी तहरा जस उड़ान चिरई
चलs उजरल बसा द मोर मकान चिरई. 

बनी जोड़ी इ राधा कन्हाई नियन
फैली खुशबू गुरही मिठाई नियन
हाथ मांगे आइब पता द अनजान चिरई
चलs उजरल बसा द मोर मकान चिरई.
सम्प्रति:
विमल कुमार
ग्राम +पोस्ट - जमुआँव, थाना- पीरो
जिला- भोजपुर,  आरा (बिहार)


लोकप्रिय पोस्ट

मुखिया जी: उमेश कुमार राय

मोरी मईया जी

डॉ रंजन विकास के फेर ना भेंटाई ऊ पचरुखिया - विष्णुदेव तिवारी

डॉ. बलभद्र: साहित्य के प्रवीन अध्येता - विष्णुदेव तिवारी

भोजपुरी लोकजीवन के अंग - नृत्य, वाद्य आ गीत - संगीत- प्रो. जयकान्त सिंह