भोजपुरिया: संगीत सुभाष
भोजपुरिया: संगीत सुभाष
हीत नात जानल अनजानल रिश्तेदार भुलाई ना।
नाना नानी बाबू काका दोस्त इयार भुलाईं ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह जुगवेला दुक्खो सहि के,
लिट्टी चोखा सतुआ भूजा महिया माँड़ भुलाई ना।
जाई शहरे फ्लैट किनाई छान्ही टाट भुलाई ना।
पलँगे सूती गद्दा ऊपर गुदरी खाट भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह जुगवेला हरदम जुगई,
स्वीमिंग पूल नहाई भलहीं नदिया घाट भुलाई ना।
जीन्स पैंट पर कैप पहिनि ली गमछा पाग भुलाई ना।
पोएम अंगरेजी के रटि ली पुरुबी राग भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह कहीं रहे थाती जुगवे,
फिल्मी धुन पर नाची भलहीं चइता फाग भुलाई ना।
बरखा में दउरत दहवावत कागज-नाव भुलाई ना।
आम टिकोरा बीनल खाइल पीपर छाँव भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह कुछ बचपना बचा राखे,
चान प महल बना ली तबहूँ गाँव गिराँव भुलाई ना।
छली लोग के झट पहिचाने उनके नाम भुलाई ना।
टूटत तन दहकत बुखार से तबहूँ काम भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह अदिमी पहिचाने झट से,
बा चरित्र के पोढ़ कि बाटे नीयत खाम भुलाई ना।
के देखल आसन बइठावल ई सनमान भुलाई ना।
के देखल त मुँह बिजुकावल ई अपमान भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह रूसे माने तनिके में,
मानी त सरबस नेवछावर बिगड़ी कुछो भुलाई ना।
- संगीत सुभाष
(संगीत सुभाष जी के फेसबुक पेज से साभार)
नाना नानी बाबू काका दोस्त इयार भुलाईं ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह जुगवेला दुक्खो सहि के,
लिट्टी चोखा सतुआ भूजा महिया माँड़ भुलाई ना।
जाई शहरे फ्लैट किनाई छान्ही टाट भुलाई ना।
पलँगे सूती गद्दा ऊपर गुदरी खाट भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह जुगवेला हरदम जुगई,
स्वीमिंग पूल नहाई भलहीं नदिया घाट भुलाई ना।
जीन्स पैंट पर कैप पहिनि ली गमछा पाग भुलाई ना।
पोएम अंगरेजी के रटि ली पुरुबी राग भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह कहीं रहे थाती जुगवे,
फिल्मी धुन पर नाची भलहीं चइता फाग भुलाई ना।
बरखा में दउरत दहवावत कागज-नाव भुलाई ना।
आम टिकोरा बीनल खाइल पीपर छाँव भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह कुछ बचपना बचा राखे,
चान प महल बना ली तबहूँ गाँव गिराँव भुलाई ना।
छली लोग के झट पहिचाने उनके नाम भुलाई ना।
टूटत तन दहकत बुखार से तबहूँ काम भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह अदिमी पहिचाने झट से,
बा चरित्र के पोढ़ कि बाटे नीयत खाम भुलाई ना।
के देखल आसन बइठावल ई सनमान भुलाई ना।
के देखल त मुँह बिजुकावल ई अपमान भुलाई ना।
ई सुभाव भोजपुरिए के ह रूसे माने तनिके में,
मानी त सरबस नेवछावर बिगड़ी कुछो भुलाई ना।
- संगीत सुभाष
(संगीत सुभाष जी के फेसबुक पेज से साभार)